सोचकर तुझे निखरने लगी हूँ मैं,
बिना आईने के संवरने लगी हूँ मैं,
तेरी मोहब्बत का मुझपे हुआ ऐसा असर,
खुशबू सी साँसों में उतरने लगी हूँ मैं,
सुनाई दे रही है हर तरफ तेरी आहट,
चलते चलते अब तो ठहरने लगी हूँ मैं,
हैरान हूँ मैं, अपने इस हालात पर,
शायद अब तुमसे प्यार करने लगी हूँ मैं|
गुड आफ्टर नून!